Relief from body pain with oil massage | शरीर दर्द में तेल मालिश से राहत: लहसुन-सरसों के तेल की मालिश बदन दर्द मिटाए, तुलसी का रस दर्द से छुटकारा दिलाए

नई दिल्ली11 मिनट पहलेलेखक: मरजिया जाफर

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मौसम बदल रहा है। सर्दियां धीरे धीरे जा रही हैं और मौसम में गर्माहट महसूस हो रही है। ऐसे में शरीर दर्द परेशान करता है। हाथ, पैर, सिर दर्द या बदन दर्द की परेशानी बढ़ जाती है। आज ‘जान जहान’ में फिजियोथेरेपिस्ट ख्याती शर्मा से बदलते मौसम में हाथ-पैर या सिर के दर्द से कैसे निजात पाएं।

लैक्टिक एसिड की वजह से होता हाथ, पैर और सिर का दर्द

बदलते मौसम और उठने-बैठने के गलत तरीकों की वजह से भी शरीर के अलग-अलग हिस्सों में ऐंठन या दर्द की शिकायत रहती है। दरअसल, यह जरूरत से ज्यादा मेहनत का नतीजा है। ज्यादा मेहनत का काम करने से शरीर में लैक्टिक एसिड बढ़ता है जो मसल्स में दर्द का कारण है। लैक्टिक एसिड एक कार्बोक्सिलिक एसिड है जो मांसपेशियों में जमा होकर थकावट महसूस कराता है। जिससे ऐंठन होने लगती है। मांसपेशियों को जब ऑक्सीजन की कमी होती है तब भी हाथों और पिंडलियों में ऐंठन होती है।

महिलाओं में मसल्स पेन की शिकायत

नेशनल सेंटर बायोटेक्नोलॉजी के मुताबिक करीब 60 से 85 प्रतिशत आबादी को मसल्स पेन रहता है। 70 से 80 साल की महिलाओं में से करीब 7 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं फाइब्रोमायल्जिया सिंड्रोम यानी मांसपेशियों में दर्द से पीड़ित होती हैं।

बदन दर्द दूर करने के घरेलू इलाज

ज्यादा देर तक बाइक या गाड़ी में बैठकर सफर करने, ज्यादा चलने, देर तक खड़े रहने या देर तक बैठने से मांसपेशियों में खिंचाव या दर्द हो सकता है। मौसम में बदलाव की वजह से भी ऐसा हो सकता है। आयुर्वेदाचार्य डॉ. सिद्धार्थ सिंह से जानते हैं बदन दर्द समेत हर दर्द के इलाज के बारे में।

लहसुन और सरसों के तेल की मालिश से मिलेगा आराम

मसल्स पेन का इलाज करने के लिए लहसुन का इस्तेमाल फायदेमंद है। मांसपेशियों में दर्द की रोकथाम और हर्बस की भूमिका पर हुए शोध में बताया गया है कि लहसुन में मौजूद एलिसिन नाम का कंपाउंड मांसपेशियां में दर्द को कम करने में अहम है। इसमें कई एंटीऑक्सीडेंट गुण हैं। यह एक्सरसाइज से होने वाले दर्द को कम करने में मददगार है। लहसुन की कलियों को सरसों तेल में जलाकर दर्द वाली जगह मालिश करें। इसे कई बार दोहराएं, आराम मिलेगा।

बदलते मौसम में बदन दर्द होना आम बात है, कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर आप दर्द से राहत पा सकते हैं।

बदलते मौसम में बदन दर्द होना आम बात है, कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर आप दर्द से राहत पा सकते हैं।

दर्द को दूर भगाए अदरक

अदरक का इस्तेमाल मांसपेशियों के दर्द में राहत दिला सकता है। अदरक में एनाल्जेसिक यानी दर्दनाशक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद हैं। जो मसल्स पेन से निजात दिला सके हैं।

सरसों तेल की मालिश करें

मांसपेशियों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज सरसों का तेल है। रोजाना सरसों के तेल से मालिश करने से गठिया समेत मांसपेशियों में खिंचाव की वजह से होने वाले दर्द से आराम मिलेगा।

नीलगिरी का तेल सूजन दूर करे

मांसपेशियों में दर्द को नीलगिरी के तेल से भी दूर कर सकते हैं। नीलगिरी के तेल में एनाल्जेसिक प्रभाव होता हैं, जो दर्द से राहत दिलाने में कारगर है। नीलगिरी का तेल एंटी इंफ्लामेटरी गुण से भरपूर है, जो सूजन दूर करता है।

हॉट बैग या साफ सूती कपड़ा

हॉट बैग को जरूरत के हिसाब चार्ज करें। फिर इससे दर्द वाली जगह सिकाई करें। अगर हॉट बैग नहीं, तो साफ सूती कपड़े को कई तह लगाकर में मोड़ लें। इसके बाद गैस पर तवे को गर्म करें। फिर इसी तवे पर कपड़े को कुछ सेकंड के लिए हल्का गर्म करें। कपड़ा जब हल्का गर्म हो जाए तो उससे सिंकाई करें। गर्म सिंकाई को दिन में दो बार किया जा सकता है।

गर्म पानी की थैली से सिंकाई

हीट थेरेपी दर्द को कम करने में फायदेमंद है। गर्म पानी से सिंकाई करने से न सिर्फ मांसपेशियों का दर्द, बल्कि कमर दर्द से भी राहत मिलती है, क्योंकि इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो सकता है।

ठंडी सिंकाई, आइस पैक या फिर गीले कपड़े का करें इस्तेमाल

मांसपेशियों में तनाव के इलाज के लिए बर्फ का पैक भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है। खासकर, कसरत करने के बाद आइस पैक का इस्तेमाल ज्यादा फायदेमंद है। शोध में बताया गया है कि ठंडी सिंकाई मांसपेशियों में होने वाले दर्द को कम करने में काफी असरदार हो सकती है।

हल्दी-पानी या दूध है दर्द की दवा

हल्दी का इस्तेमाल भी मांसपेशियों में दर्द की दवा है। हल्दी दूध पीने से दर्द कम होने के साथ-साथ मांसपेशियों में सुधार होता है। इसमें मौजूद करक्यूमिन एंटी इंफ्लामेट्री प्रभाव सूजन को कम कर दर्द से राहत दिलाता है। यही वजह है कि हल्दी मसल्स पेन के लिए रामबाण है।

तुलसी रस की मालिश से दर्द दूर

तुलसी का इस्तेमाल भी मसल्स पेन ट्रीटमेंट के लिए किया जा सकता है। तुलसी में एनाल्जेसिक गुण होते हैं। इसका यह गुण मांसपेशियों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज करने में कारगर है।

दालचीनी या इसका तेल भी दर्द करे दूर

दालचीनी के तेल का मांसपेशियों के दर्द का आयुर्वेदिक इलाज है। रोजाना दालचीनी खाने से मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द से जुड़ी परेशानियां कम होती है। दालचीनी के तेल में एंटी इंफ्लामेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो सूजन को कम करते हैं।

कैमोमाइल ऑयल दर्द भगाएं

मांसपेशियों में खिंचाव की वजह से होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए कैमोमाइल का तेल का इस्तेमाल भी अच्छा है। कैमोमाइल तेल मस्कुलर पेन,गठिया, सूजन, मोच की वजह से होने वाले दर्द से राहत दे सकता है।

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