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- Do Not Eat Bitter Gourd With Curd, Radish, Lady Finger, Mango.
3 घंटे पहलेलेखक: मरजिया जाफर
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करेला की फितरत में कड़वाहट कूट कूट कर भरी है। शायद इसलिए ये सब्जी लोग कम पसंद करते हैं। लेकिन कड़वाहट के मामले में ये नीम चढ़ा करेला सेहत का सच्चा साथी भी है। यह बीमारियों को दूर रखता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए करेला वरदान है। इससे बॉडी में इंसुलिन लेवल कंट्रोल में रहता है। आज ‘फुरसत का रविवार’ है। गर्मी धीरे धीरे दस्तक देने लगी है। मौसम की नई सब्जी अपनी तरफ खिंचती है। सब्जी कड़वी ही सही पर सेहत में मिठास भरती है।
ये सब्जी पेट से जुड़ी परेशानियों, लीवर और अस्थमा के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद है। अगर सुबह उठने पर कब्ज, अपच और एसिडिटी की दिक्कत होती है, तो करेला का चोखा या सब्जी जरूर खाएं।
करेला की पहचान जंगली सब्जी के तौर पर अफ्रीका में हुई। इसे कुंग शिकारियों ने गर्मी के मौसम में खाने के तौर पर पहचाना। धीरे-धीरे यह एशिया में पहुंचा। उसके बाद दक्षिण पूर्व एशिया। जैसे-जैसे समय बीतता गया, करेला के फायदे दुनिया भर में फैल गए। इसे पूर्वी एशिया, दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में इस्तेमाल किया गया। एशियाई करेला को पकाकर खाने लगे।
करेला कड़वा क्यों होता है?
करेला में नॉन-टॉक्सिक ग्लाइकोसाइड मोमोर्डिसिन होता है। जो करेले को कड़वाहट देता है और फायदा करता है। करेला का कड़वापन पेट के लिए अच्छा है। ये डाइजेशन को एक्टिव बनाता है। करेला तनाव से होने वाली गैस्ट्रिक म्यूकोसा को भी सेफ रखने के साथ ही साथ रिपेयर करता है।
करेला का आकार अलग-अलग होता है। चाइनीज करेला 8 इंच लंबे होते हैं, जबकि भारतीय करेले 4 इंच तक ही लंबे होते हैं। करेला का आकार देश और जलवायु के हिसाब से बदलता है।
करेला खाने के फायदे
कड़वा करेला औषधीय गुणों से भरपूर होता है। शोध बताते हैं कि करेला ब्लड शुगर को कम करता है। अध्ययन में पाया गया कि करेला में मोटापा कम करने के गुण होते हैं। जिससे वजन नहीं बढ़ता। लिपिड मेटाबोलिज्म में बढ़ोतरी होती है।
तज्जुब होगा कि सफेद करेला भी होता है
कभी सफेद करेला खाया है? चौकिए मत सच में करेला सफेद भी होता है। सफेद करेला का टेस्ट हरे करेला जैसा ही होता है। लोग सफेद करेले भरवां या सब्जी बनाकर बड़े शौक से खाते हैं।
सफेद करेला का पराठा, अचार भी बनाया जाता है। इसका जूस भी पिया जाता है। आयुर्वेदाचार्य डॉ. सिद्धार्थ सिंह कहते हैं कि ये अपने कई फायदों को लेकर मशहूर है।
वेट लॉस-सफेद करेला वजन घटाने में मदद करता है इसमें कैलोरी कम होती है। इसे खाने से तेजी से वजन कम होता है। वजन घटाने के लिए सुबह-सुबह करेला का जूस पिएं। सफेद करेला का सेवन करने से इम्यूनिटी बढ़ती है।
कोलेस्ट्रॉल-सफेद करेला सलाद या सब्जी में इस्तेमाल होता है। ये लिवर और हार्ट को हेल्दी बनाता है और कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
डायबिटीज-सफेद करेले का सेवन करने से डायबिटीज काबू मे रहती है। डायबिटीज में मरीजों को पैरों और हाथों में सूजन नहीं होती।
आंखों की रोशनी बढ़ाए-सफेद करेले में विटामिन ए, बीटा कैरोटीन और फॉस्फोरस पाया जाता है। जिससे आंखों की रौशनी बढ़ती है। कब्ज या पेट से जुड़ी समस्या से भी राहत मिलती है।
बालों के लिए फायदेमंद- बालों की अच्छी ग्रोथ के लिए सफेद करेला खाना चाहिए। सफेद करेले का रस बालों में भी लगा सकते हैं।
प्रेग्नेंसी में न खाएं सफेद करेला-सफेद करेला खाने से प्रेग्नेंट महिलाओं को बचना चाहिए। जिन महिलाओं में लो ब्लड शुगर है, उन्हें भी सफ़ेद करेला नहीं खाना चाहिए।
करेला खाने के बाद क्या-क्या नहीं खाना चाहिए
करेला के बाद दूध पीना जहर है
करेला खाने के बाद दूध नहीं पीना चाहिए। इससे पेट से जुड़ी परेशानी हो सकती है। कभी कभी कब्ज, दर्द और जलन हो सकती है। पेट से जुड़ी परेशानियां है, तो ये खतरनाक हो सकता है।
करेला और दही खाने से स्किन प्रॉब्लम होती है
खाने के साथ दही या छाछ पीने की आदत है तो करेला की सब्जी न खाएं। इससे काफी नुकसान होता है। दही में पाया जाने वाला लैक्टिक एसिड और करेले में पाए जाने वाला केमिकल मिलकर रिएक्शन कर सकते हैं, जिसमें स्किन रैशेज और खुजली हो सकती है। करेला खाने के बाद दही बिल्कुल न खाएं।
मूली-करेला की तासीर अलग-अलग
करेला की सब्जी खाने के बाद मूली खाने से बचें। मूली और करेला की तासीर अलग-अलग होती है, जिसकी वजह से ये पेट में जाकर रिएक्शन कर सकते हैं। इससे एसिडिटी और गले में कफ की शिकायत हो सकती है। पहले से सर्दी-जुकाम की दिक्कत है, तो करेला के बाद मूली न खाएं
कड़वा करेला और मीठा आम
कड़वा करेला और मीठा आम अजीब सा तालमेल है। करेला खाने के बाद आम खाने से मुंह का टेस्ट खराब होता है। इससे उल्टी, जलन, मतली और एसिडिटी की परेशानी हो सकती है। दरअसल इन दोनों चीजों को पचाने में समय लगता है।
करेला के साथ भिंडी खाना सेहत को नुकसान पहुंचाया
करेला खाने के बाद भिंडी जैसी सब्जियों का सेवन करना सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। भिंडी खाने से आपके शरीर को करेला के साथ भिंडी को पचाने में परेशानी आ सकती है।
करेला का पानी पीने से शरीर को फायदा होता है। डायबिटीज, हार्ट प्रॉब्लम, मोटापा और स्किन की परेशानी में ये पानी फायदेमंद।
करेला का पानी बनाने का तरीका
- दो करेले बीच से काट लें।
- इसे एक लीटर पानी में उबालें।
- उबलकर पानी कम हो जाए, तो गैस बंद करें।
- करेले के पानी को छान लें
- इसमें में एक चुटकी नमक मिलाकर पिएं।
- डायबिटीज के मरीज दिन में दो बार पिएं।
- दिल के मरीज करेले का पानी चाय की तरह भी ले सकते हैं।
- मोटापे से परेशान लोग खाली पेट करेले का पानी पिएं।
रात में करेला नहीं खाना चाहिए
रात में करेला खाने से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। आयुर्वेद के अनुसार जिन लोगों की पित्त प्रकृति है, उन्हें करेला दिन में ही खाना चाहिए। करेला किसी भी शक्ल में रात को खाने की गलती न करें।
- डाइजेशन-रात में करेला खाने से डाइजेस्ट नहीं होता। इसलिए करेले को दिन में ही खाने की सलाह दी जाती है। रात में डाइजेशन सिस्टम वीक हो जाता है, ऐसे में करेला आसानी से नहीं पचता है।
- पेट में दर्द-रात में करेला खाने से पेट दर्द की शिकायत हो सकती है। ऐसे में पेट में दर्द, ऐंठन और मरोड़ तक हो सकता है।
- बॉडी टेम्प्रेचर बढ़ाए-करेले की तासीर गर्म होती है। ऐसे में अगर आप रात में करेला खाते हैं, तो इससे बॉडी का टेम्प्रेचर बढ़ सकता है। जिससे एलर्जी, स्किन में चकत्ते और फोड़े-फुंसियां हो सकते हैं।
प्रेग्नेंसी में करेला नुकसानदेह है
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को अपनी डायट में साबुत अनाज, हरी सब्जियां और फलों को शामिल करना चाहिए ताकि मां और बच्चे की जरूरतों को पूरा किया जा सके। ज्यादातर सब्जियां भ्रूण की सेहत के लिए फायदेमंद हैं लेकिन करेले जैसी कुछ सब्जियों के प्रेग्नेंसी में सेवन को लेकर महिलाओं में उलझन रहती है। आइए जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में करेला खाना चाहिए या नहीं।
प्रग्नेंसी में करेला खाने के नुकसान
- पाचन संबंधी-प्रग्नेंसी में ज्यादा करेला खाने से दस्त, पेट फूलने, गैस हो सकती है।
- सेंसिटिविटी-प्रेग्नेंसी में करेला खाने से रेड ब्लड सेल के नष्ट होते हैं। जिससे एनीमिया भी हो सकता है।
- मिसकैरेज-प्रेग्नेंसी में ज्यादा करेला खाने से जल्दी डिलीवरी पेन या मिसकैरेज का खतरा हो सकता है।
- हफ्ते में एक बार खाएं-प्रेग्नेंसी में करेला हफ्ते में एक बार से ज्यादा न खाएं। अगर आपने पहले कभी करेला नहीं खाया है तो प्रेग्नेंसी में भी इसे खाने से बचें।
करेला की कोई न कोई रेसीपी जरूर ट्राय करें। वैसे तो करेला फुरसत से बनाई जाने वाली सब्जी है। मजे की बात ये है कि ये कड़वे करेला की सब्जी सफर को मिठास से भरने के साथ साथ जल्दी खराब नहीं होती है। लेकिन करेले के बारे में बताई गई कुछ जरूरी बातें भी गांठ बांध लें। वरना लेने के देने पड़ सकते हैं।
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